हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , आजमगढ़, मोहर्रम का चांद दिखाई देते ही नवासा ए रसूल हज़रत इमाम हुसैन की शहादत का गम का महीना शुरू हो गया साथ ही हाय हुसैन की सदाए बुलंद होना शुरू हो गईं हैं।
रविवार की शाम मोहर्रम का चांद दिखाई देने के बाद शिया हज़रात हजरत इमाम हुसैन के शोक में डूब गाए शिया समुदाय ने काले लिबास पहने।
महिलाओं ने इमामबाड़ों व आजाखानों में जाकर तजियो के सामने अपने हाथों की चूड़िया तोड़ दी।
मोहर्रम की चांद रात का अलम मुबारक का जुलूस अब्बास हैदर के आजाखाने से हाय हुसैन हाय अब्बास की सदाओं के साथ बरामद हुआ तो आजादारों की आंखें नम हो गईं।